भारत के इतिहास के अधूरे पन्ने; अंक -३ :भोपाल गैस त्रासदी
दिसंबर १९८४ की एक रात को पूरा का पूरा भोपाल शहर चपेट में आ गया एक जहरीली गैस के रिसाव में। जहरीली गैस हवा में घुल कर पहुँच गयी लाखों लोगों के शरीर में ! और फिर तांडव शुरू हुआ मौत और बीमारी का ! और फिर इससे जुड़े व्यापार की कहानी !